धातू | कर्मणिरूप | प्रयोजकरूप |
---|---|---|
लुप् | लुप्यते | लोपयति - ते |
ली | लीयते | लाययति -ते |
वि + लोक् | विलोक्यते | विलोकयति -ते |
अव + लोक् | अवलोक्यते | अवलोकयति -ते |
वद् | वद्यते | वादयति - ते |
वप् | वप्यते | वापयति - ते |
वन् | वन्यते | वानयति - ते |
वञ्च् | वञ्च्यते | वञ्चयति - ते |
वम् | वम्यते | वमयति - ते |
वन्द् | वन्द्यते | वन्दयति - ते |
वर् | वर्यते | वरयति - ते |
प्रति + वद् | प्रतिवद्यते | प्रतिवादयति - ते |
वस् | उष्यते | वासयति - ते |
वह् | उह्यते | वाहयति - ते |
वर्ण् | वर्ण्यते | वर्णयति - ते |
वच् - वाच् | वाच्यते | वाचयति - ते |
वस् | उष्यते | वासयति - ते |
वच् | उच्यते | वाचयति - ते |
वाञ्छ् | वाञ्छ्यते | वाञ्च्छ्यति - ते |
वा | वीयते | वापयति - ते |
विद् - विन्द् | विन्द्यते | वेदयति - ते |
उप + विश् | उपविश्यते | उपवेशयति - ते |
प्र + विश् | प्रविश्यते | प्रवेशयति - ते |
उद् + विज् | उद्विज्यते | उद्वेजयति - ते |
विद् | विद्यते | वेदयति - ते |
आ + वृत् - वर्त् | आवृत्यते | आवर्तयति - ते |
वृत् - वर्त् | वृत्यते | वर्तयति - ते |
वृध् - वर्ध् | वृध्यते | वर्धयति - ते |
वृष् - वर्ष् | वृष्यते | वर्षयति - ते |
सम् + वृ | संव्रियते | संवारयति - ते |
वि + वृ | विव्रियते | विवारयति - ते |
आ + वृ | आव्रियते | आवारयति - ते |
परि + वृ | परिव्रियते | परिवारयति - ते |
वृज् - वर्ज् | वर्ज्यते | वर्जयति - ते |
नि + वृ | निवार्यते | निवारयति - ते |
वृ | व्रियते | वारयति - ते |
वृ | व्रियते | वारयति - ते |
वेप् | वेप्यते | वेपयति - ते |
स्त्रोत - संस्कृतदीपिका
अंतिम सुधारित : 8/3/2020
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