धातू | कर्मणिरूप | प्रयोजकरूप |
---|---|---|
कम् | काम्यते | कामयति - ते |
आ + कर्ण् | आकर्ण्यते | आकर्णयति - ते |
कथ् | कथ्यते | कथयति - ते |
काङ्क्ष् | काङ्क्ष्यते | काङ्क्षयति - ते |
प्र + काश् | प्रकाश्यते | प्रकाशयति - ते |
कुप् | कुप्यते | कोपयति - ते |
कूज् | कूज्यते | कूजयति - ते |
कृष्-कर्ष् | कृष्यते | कर्षयति - ते |
कृष् | कृष्यते | कृषयति - ते |
कृ | क्रियते | कारयति - ते |
अनु + कृ | अनुक्रियते | अनुकारयति - ते |
उप + कृ | उपक्रियते | उपकारयति - ते |
प्रति + कृ | प्रतिक्रियते | प्रतिकारयति - ते |
कृ-किर् | किर्यते | किरयति - ते |
कृत्-कृन्त् | कृन्त्यते | कृन्तयति - ते |
कृत्-कीर्त् | कीर्त्यते | कीर्तयति - ते |
क्लृप्-कल्प् | कल्प्यते | कल्पयति - ते |
क्रुश्-क्रोश् | क्रुश्यते | क्रोशयति - ते |
क्रीड् | क्रीड्यते | क्रीडयति - ते |
क्रम्-क्राम् | क्राम्यते | क्रमयति - ते |
क्रन्द् | क्रन्द्यते | क्रन्दयति - ते |
क्लिश् | क्लिश्यते | क्लेशयति - ते |
वि + क्री | विक्रीयते | विक्रापयति -ते |
क्रुध् | क्रुध्यते | क्रोधयति - ते |
निस् + क्रम्-क्राम् | निष्क्राम्यते | निष्क्रमयति - ते |
क्री | क्रीयते | क्रापयति - ते |
खन् | खन्यते | खनयति - ते |
खाद् | खाद्यते | खादयति - ते |
खिद् | खिद्यते | खेदयति - ते |
खेल् | खेल्यते | खेलयति - ते |
आ + ख्या | आख्यायते | आख्यापयति - ते |
ख्या | ख्यायते | ख्यापयति - ते |
आ + गम्-गच्छ् | आगम्यते | आगमयति - ते |
गम्-गच्छ् | गम्यते | गमयति - ते |
गल् | गल्यते | गलयति - ते |
गर्ह् | गर्ह्यते | गर्हयति - ते |
गर्ज् | गर्ज्यते | गर्जयति- ते |
गण् | गण्यते | गणयति - ते |
स्त्रोत - संस्कृतदीपिका
अंतिम सुधारित : 6/3/2020
कर्मणि व प्रयोजकरुपे
कर्मणि व प्रयोजकरुपे
कर्मणि व प्रयोजकरुपे (तृ पु ए व....) - 5
कर्मणि व प्रयोजकरुपे (तृ पु ए व....) - 4