धातू | कर्मणिरूप | प्रयोजकरूप |
---|---|---|
भूष् | भूष्यते | भूषयति - ते |
भू - भव् | भूयते | भावयति - ते |
भुज् | भुज्यते | भोजयति - ते |
भ्रम् - भ्राम्् | भ्राम्यते | भ्रामयति - ते |
भृ | भ्रियते | भारयति - ते |
भ्रंश् | भ्रश्यते | भ्रशयति - ते |
भ्रस्ज् | भ्रज्ज्यते | भ्रस्जयति - ते |
मन् | मन्यते | मानयति - ते |
मन्थ् | मथ्यते | मन्थयति - ते |
प्र + मद् | प्रमद्यते | प्रमादयति - ते |
नि + मस्ज् | निमज्यते | मज्जयति - ते |
अनु + मन् | अनुमन्यते | अनुमानयति - ते |
निर् + मा | निर्मीयते | निर्मापयति - ते |
मान् | मान्यते | मानयति - ते |
मा | मीयते | मापयति - ते |
मिल् | मिल्यते | मेलयति - ते |
नि + मील् | निमील्यते | निमीलयति - ते |
मुद् | मोद्यते | मोदयति - ते |
मुच् - मुञ्च् | मुच्यते | मोचयति - ते |
मुष् | मुष्यते | मोषयति - ते |
मुह् | मुह्यते | मोहयति - ते |
मुर्च्छ् | मुर्च्छ्यते | मुर्च्छयति - ते |
मृद् | मृद्यते | मर्दयति - ते |
मृग् | मृग्यते | मृगयति - ते |
वि + मृश् | विमृश्यते | विमर्शयति - ते |
मृ - मिय् | मर्यते | मारयति - ते |
प्र + मृज् | मृज्यते | प्रमार्जयति - ते |
मृज् | मृज्यते | मार्जयति - ते |
मन्त्र् | मन्त्र्यते | मन्त्रयते |
म्लै - म्लाय् | म्लीयते | म्लापयति - ते |
यम् | यम्यते | यमयति - ते |
यज् | इज्यते | याजयति - ते |
आ + यस् | आयस्यते | आयासयति - ते |
याच् | याच्यते | याचयति - ते |
यत् | यत्यते | यातयति - ते |
प्र + या | प्रयायते | प्रयापयति - ते |
अनु + या | अनुयायते | अनुयापयति - ते |
अभि + या | अभियायते |
अभियापयति - ते
|
स्त्रोत - संस्कृतदीपिका
अंतिम सुधारित : 4/23/2020
कर्मणि व प्रयोजकरुपे (तृ पु ए व....) - 2 धातुरूपे...
कर्मणि व प्रयोजकरुपे (तृ पु ए व....) - 5
कर्मणि व प्रयोजकरुपे
कर्मणि व प्रयोजकरुपे (तृ पु ए व....) - 4