धातू | गण पद | त्वान्त | ल्यबन्त | तुमन्त |
---|---|---|---|---|
वर्ण् | (१० आ.प.) | वर्णयित्वा | निवर्ण्य | वर्णयितुम् |
वस् | (२ आ.प.) | वसित्वा | उद्वस्य | वसितुम् |
वस् | (१ प.प.) | उषित्वा | उपोष्य | वस्तुम् |
वह् | (१ उ.प.) | उढ्वा | प्रोह्य | वोढुम् |
वा | (२ प.प.) | वात्वा | निर्वाय | वातुम् |
वाञ्छ् | (१ प.प.) | वाञ्छित्वा | अभिवाञ्छ्य | वाञ्छितुम् |
वि + आ + दा | (३ उ.प.) | .. | व्यादाय | व्यादातुम् |
वि + आ + पृ | (६ आ.प.) | .. | व्यापृत्य | व्यापर्तुम् |
वि + आ + हृ-हर् | (१ उ.प.) | .. | व्याहृत्य | व्याहर्तुम् |
वि + आप् | (५ प.प.) | .. | व्याप्य | व्याप्तुम् |
वि + कस् | (१ प.प.) | .. | विकस्य | विकसितुम् |
वि + क्री | (९ आ.प.) | .. | विक्रीय | विक्रेतुम् |
वि + चि | (५ उ.प.) | .. | विचित्य | विचेतुम् |
वि + चिन्त् | (१० उ.प.) | .. | विचिन्त्य | विचिन्तयितुम् |
वि + ज्ञा | (९ उ.प.) | .. | विज्ञाय | विज्ञातुम् |
वि + तन् | (८ उ.प.) | .. | वितत्य | वितनितुम् |
वि + धा | (३ उ.प.) | .. | विधाय | विधातुम् |
वि + नश् | (४ प.प.) | .. | विनश्य | विनशितुम्, विनष्टुम् |
वि + भा | (२ प.प.) | .. | विभाय | विभातुम् |
वि + मृश् | (६ प.प.) | .. | विमृश्य | विम्रष्टुम्, विमर्ष्टुम् |
वि + रञ्ज् | (४ उ.प.) | .. | विरज्य | विरङ्क्तुम् |
वि + राज् | (१ उ.प.) | .. | विराज्य | विराजितुम् |
वि + रुध् | (७ उ.प.) | .. | विरुध्य | विरोद्धुम् |
वि + लप् | (१ प.प.) | .. | विलप्य | विलपितुम् |
वि + लस् | (१ प.प.) | .. | विलस्य | विलसितुम् |
वि + लोक् | (१ आ.प.) | .. | विलोक्य | विलोकयितुम् |
वि + वृ | (५ उ.प.) | विवृत्य | विवरितुम् विवरीतुम् | |
वि + शिष् | (७ प.प.) | .. | विशिष्य | विशेष्टुम् |
वि + श्रम्-श्राम् | (४ प.प.) | .. | विश्रम्य | विश्रमितुम् |
वि + श्वस् | (२ प.प.) | .. | विश्वस्य | विश्वसितुम् |
वि + सद्-सीद् | (१ प.प.) | .. | विसद्य | विसत्तुम् |
वि + सृज् | (६ प.प.) | .. | विसृज्य | विस्रष्टुम् |
वि + स्तृ | (५ उ.प.) | .. | विस्तृत्य | विस्तर्तुम् |
वि + हस् | (१ प.प.) | .. | विहस्य | विहसितुम् |
वि + हा | (३ प.प.) | .. | विहाय | विहातुम् |
वि + हृ-हर् | (१ उ.प.) | .. | विहृत्य | विहर्तुम् |
विद् | (२ प.प.) | विदित्वा | संविद्य | विदितुम् |
विद्-विन्द् | (६ उ.प.) | विदित्वा, वेदित्वा | अधिविद्य | वेदितुम्, वेत्तुम् |
वृ | (५ उ.प.) | वृत्वा | आवृत्य | वरितुम्,वरीतुम् |
वृ | (९ उ.प.) | वूर्त्वा | संवूर्य | वरितुम्, वरीतुम् |
स्त्रोत - संस्कृतदीपिका
अंतिम सुधारित : 7/1/2020
धातुसाधित अव्यये
अव्यये धातूसाधित
धातूसाधित अव्यये
काही मूर्ती ह्या स्वयंभू असतात. तर काही घडीव असतात...