शी (२ आ. प.) - झोपणे
अस् (२ प. प.) - असणे
हन् (२ प.प.) - ठार मारणे
या (२ प. प.) - जाणे
ब्रू (२ उ. प.) प. प. - बोलणे
ब्रू (२ उ. प.) आ. प. - बोलणे
दा (३ उ. प.) प. प. - देणे
दा (३ उ. प.) आ. प. - देणे
धा (३ उ.प.) प.प. - ठेवणे
धा (३ उ.प.) आ. प. - ठेवणे
नृत् (४ प. प.) - नाचणे
कुप् (४ प. प.) - रागावणे
स्निह् (४ प. प.) - प्रेम करणे
तुष् (४ प. प.) संतुष्ट होणे
शम् - शाम् (४ प. प.) - शांत होणे
जन् - जा (४ आ. प.) - उत्पन्न होणे
मन् (४ आ. प.) - मानणे, समजणे
विद् (४ आ. प.) - असणे
युध् (४ आ.प.) - लढणे
पद् (४ आ. प.) - जाणे
युज् (४ आ. प.) - जुळणे, योग्य असणे
रञ्ज् - रज्ज् (४ उ. प.) प. प. - रंगविणे
रञ्ज् - रज्ज् (४ उ. प.) आ. प. - रंगविणे
आप् (५ प. प.) - मिळविणे
शक् (५ प.प.) शक्य असणे, शकणे
श्रु (५ प.प.) - ऐकणे
चि (५ उ. प.) प. प. - गोळा करणे
चि (५ उ. प.) आ. प. - गोळा करणे
वृ (५ उ.प.) प.प. - मागणे, इच्छिणे
वृ (५ उ.प.) आ.प. - मागणे, इच्छिणे
लिख् (६ प.प.) - लिहिणे
मिल् (६ प.प.) - मिळणे
इष् - इच्छ् (६ प.प.) - इच्छिणे
कृष् (६ प.प.) नांगरणे
प्रच्छ् - पृच्छ् (६ प. प.) - विचारणे
स्पृश् (६ प.प) - स्पर्श करणे
विश् (६ प.प.) - शिरणे, जाणे
लस्ज् - लज्ज् (६आ. प.) - लाजणे
मृ - म्रिय् (६ आ. प.) - मरणे
विद् - विन्द् (६ उ. प.) प.प. - मिळविणे
स्त्रोत - संस्कृतदीपिका
अंतिम सुधारित : 10/7/2020
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